वर्ल्ड बैंक, इंडिया रेटिंग्स, RBI और मॉर्गन स्टैनले के बाद अब IMF ने भी 2022-23 के भारत के GDP अनुमान में कटौती कर दी है.
कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में उसका कुल खर्च 9,546 करोड़ रुपये था. एक साल पहले यह आंकड़ा 8,324 करोड़ रुपये था.
IMF ने 2021 में भारत के लिए 12.5 फीसदी ग्रोथ का अनुमान जताया है, हालांकि कई बार ऐसे मौके आए हैं जब IMF के ये अनुमान गलत साबित हुए हैं.